29 अप्रैल, अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस (कविता)-01-May-2024
29अप्रैल /अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस
सोम,अप्रैल 29 शुभ दिन, 42वाॅं अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस मनाएंँगे। नृत्य की महत्ता क्या जीवन में , जन-जन को हम बतलाएंँगे।
हॅंसी- ख़ुशी जाहिर करने का, जरिया यह है सशक्त । सीख इसे वो ही हैं सकते , जो इस पर हों आसक्त।
कूट-कूटकर भरी हो क्षमता, हिम्मत भी होवे भरपूर । कुंठा, निराशा पास न फटके, तब होवे मानव मशहूर।
आईटीआई ,अंतर्राष्ट्रीय नृत्य समिति , 29 अप्रैल 1982 में किये शुरुआत। प्रतिवर्ष फिर यह लगा मनने, फ़िर रुका न उसके बाद।
जीन जार्ज नोवर का जन्म दिवस यह, जो नृत्य दिवस रूप में मनता। जो पारंगत बैली डांसर थे, जाने जगत की जनता।
नृत्य कला पर लिखे किताबें, जो बड़ी ख्याति अर्जित कीं। लेटर्स ऑन द डांस, लेट्स मी द बेले , यह काफ़ी चर्चित थीं।
प्रत्येक कार्य का हेतु है होता, अहेतु होवे ना कोई काज। इसे मनाने का भी हेतु है, जानो, बच्चे, बूढ़े सब आज।
लोकप्रियता मिले नृत्य कला को, ना होवे कभी उपेक्षित। विद्यालय पाठ्यक्रम में हो शामिल, ले नन्हें-मुन्ने हों हर्षित।
ईश्वर प्रदत्त यह गुण सबमें हो, यह है नहीं अपेक्षित । नृत्य मंच पर कदम रखो तो, कला ग्रहण करो इच्छित।
सकल जगत को नृत्य ही जानो , सृष्टिकर्ता नृत्य मंच के नर्तक । प्रतिक्षण ये आते- जाते हैं , देते रहते नव दस्तक।
तन- मन का जब मिलन हो जाता, नृत्य जन्म है लेता। युगों पुराना नृत्य कला है , जो प्रतिक्षण ऊर्जा को देता।
ओडिसी ,मोहिनीअट्टम, कुचिपुड़ी ,कथकली। भरतनाट्यम और कत्थक, मणिपुरी सत्त्रिया मशहूर है।
मांँसपेशियाॅं मज़बूत है करता, वज़न को भी है घटाता। आत्मविश्वास है प्रतिक्षण भरता , एकाग्रता सदा जगाता ।
उम्र बढ़े पर दिखे न जल्दी, नृत्य का ऐसा प्रभाव । इससे अच्छी कसरत ना दूजा थकान, आलस ,प्रमाद को दूर भगाव।
तनाव ,अनिद्रा दूर है करता, अवसाद न पास फटकता। नृत्य को अच्छा वैद्य तुम जानो , स्वास्थ्य ,आरोग्यता, प्रसन्नता देता।
यह सर्वांगीण विकास है करता, बेहतर समन्वय सिखलाता। जीवन को संतुलित है करता, आत्मविश्वास बढ़ाता ।
रचनात्मकता, कल्पनाशीलता, का भी यह करता विकास। संज्ञानात्मक क्षमता को बढ़ाता, ना कभी भी करता ह्रास।
सही मार्गदर्शन की क्षमता, को भी यह है बढ़ाता। आंखों को खत में करता है जीवन को हर्षाता।
साधना शाही,वाराणसी
Babita patel
02-May-2024 07:28 AM
Awesome
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